श्रीमती मालती सक्सेना की अनूठी पहल. संवाददाता, भोपाल
इस संकट की घड़ी में जब सारा देश कोरोना की महामारी से परेशान है और घर में रहना एवं सेल्फ डिस्टेंसिंग ही एकमात्र उपाय है जिसके द्वारा इस महामारी से बचा जा सकता है और वृद्ध जनों को घर से निकलने की अनुमति नहीं है ऐसे में अरेरा कॉलोनी में रहने वाली शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त 83 वर्षीय श्रीमती मालती सक्सेना को यह विचार आया कि मैं किस तरह इस महामारी में अपना सहयोग दे सकती हूं अतः उन्होंने अपनी मिलने वाली मासिक पेंशन मैं से रु 50,000 की राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष मैं देने का निर्णय लिया और उन्होंने यह राशि ऑनलाइन के माध्यम से मुख्यमंत्री सहायता कोष मैं डाली!